कला शिक्षा की एक अवधारणा है जिसमें सीखने को रचनात्मकता के माध्यम से कहा जाता है। यह दृश्य और प्रदर्शन कलाओं की संपूर्ण श्रृंखला के माध्यम से सीखने पर जोर देता है। कला शिक्षा छात्रों को जीवन के बारे में अपनी समझ विकसित करने और व्यक्त करने का अवसर देती है। इसके माध्यम से छात्र अपनी भावनाओं, विचारों और कल्पनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। कला शिक्षा के माध्यम से हम अपने समाज और परिवेश में निहित रचनात्मकता के आधार पर कलात्मक और सौंदर्य बोध विकसित कर सकते हैं। सृजनात्मकता एवं सौन्दर्यबोध प्रत्येक व्यक्ति की जन्मजात विशेषताएँ हैं।
पूरे सत्र में विद्यालय में कला एवं शिल्प के क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं।